Description
In Goa, the drug cartels and the police are at each other ‘s throats. But this fight is just a symptom of a bigger sickness, of an evil that not only intends to disrupt the peace in Goa but to rule over all mankind. Thrust into this conflict is Pragya Parashar – Hindi comic book writer and artist. All Pragya wants is to return Indian Comics to its golden age – the nineties. And she might just succeed in doing this, in spite of the forces of evil that she’s about to face off. But will she survive an even bigger threat – the last Hindi comic book publisher going out of business?
Ankitsoni007 –
हेल्लो दोस्तों….तो मै हाज़िर हूं बुल्सआई प्रेस की यज्ञा 1 और यज्ञा 2 के रिव्यू के साथ
यज्ञा 1 से प्रज्ञा नामक लड़की की कहानी की शुरुआत होती है जोकि कॉमिक इंडस्ट्री को फिर से अपने चरम पर देखना चाहती है परन्तु उसका यह सपना टूट जाता है जब जिस कॉमिक इंडस्ट्री के लिए वो काम कर रही होती है वो बंद हो जाती है फिर उसको एक मिलेनियर मिलता है इसके आगे की कहानी जानने के लिए पढ़े यज्ञा कॉमिक सब कुछ यही जान लोगे क्या?????
Raviraj Ahuja ने बहुत बढ़िया कॉमिक बनाई है आर्टवर्क बहुत ही सराहनीय है और कहानी उससे भी जानदार मज़ा आ गया यज्ञा की कहानी पढ़कर अब बहुत ही उत्सुकता से इंतज़ार है यज्ञा 3 का।
सर आपसे इतना कहना चाहूंगा लोगो को बातो को मत सुने अपना कॉमिक बनाने का कार्य ऐसे ही करते है बहुत ही जायदा पोटेंशियल है बुल्सआई प्रेस में बहुत आगे तक जाएगी।
जिन लोगो ने अभी तक बुल्सआई को ट्राई नहीं किया है उनके लिए मैंने नीच कुछ पेजेज पोस्ट किया है कृपया एक बार ट्राई करें आप निराश नहीं होंगे और कॉमिक का जो साइज है इन्हीं साइज में कॉमिक आनी चाहिए फील इन्हीं में आता है…अब मै अपने रिव्यू को यहां पर विराम देता हूं मिलते है अधीरा मोही के साथ कल फिर से????????????
Rating-
Story-10/10
Artwork-10/10
Cover Art- 10/10
Letterer-10/10
Overall- 10/10