निया यह नाम बस एक बच्ची का नहीं था बल्कि उस खूबसूरत सपने का था जो इस्पेक्टर विजय और उसकी पत्नी दिया ने साथ देखा था ।
क्या यह सपना पूरा होगा? उनकी बेटी निया जो सब भूलकर खिलोने से खेलती है क्या उसे कभी याद आएगा की उसका असल खिलौना इंसानी दिमाग हुआ करता था!
क्या हाफदिमान समुदाय शैतानी की धरती पर मौजूद एकलौती वारिस लिलियाना को इतनी आसानी से जाने देंगे? क्या होगा जब हाफदिमान खुलकर सामने आएंगे? विजय अपनी बेटी की हिफाजत कर सकेगा? और सबसे अहम सवाल यह की खुद निया क्या करेगी?
क्या लिलियाना की किस्सा ख़तम हो गया?
या वह लौटेगी?
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